पंजाब / 1500 मीटर रेस में 78 वर्षीय बख्शीश ने स्वर्ण जीता; रिलेक्स होते ही हार्टअटैक, मैदान में मौत

                 पंजाब मास्टर एथलेटिक्स एसोसिएशन द्वारा बुजुर्गों के लिए दौड़ करवाई गई थी


                 इसमें 200 से ज्यादा मेडल जीत चुके बख्शीश सिंह ने भी हिस्सा लिया था


                 दोस्तों से अक्सर बोलते थे- जब भी मौत आए खेल के मैदान में आए



संगरूर - 78 साल के एथलीट बख्शीश सिंह की 1500 मीटर दौड़ जीतने के बाद मैदान पर ही हार्टअटैक से मौत हो गई। पंजाब मास्टर एथलेटिक एसोसिएशन द्वारा बुजुर्गों के लिए करवाई गई एथलेटिक मीट के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा। होशियारपुर के जलोवाल के रहने वाले बख्शीश सिंह ने 1500 मीटर में पहला और 800 मीटर में तीसरा स्थान प्राप्त किया था।


 


1500 मीटर की रेस पूरी करने के बाद रिलेक्स होते हुए उन्हें अटैक आ गया। साथियों ने उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल संगरूर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिछले शनिवार को एथलीट मीट करवाई गई थी। रिश्तेदार महिंदर सिंह विर्क ने बताया कि 1500 मीटर दौड़ में बख्शीश ने गोल्ड मेडल जीता था।


 


दौड़ पूरी होने के बाद वे बहुत खुश थे। उन्होंने बख्शीश सिंह को बधाई भी दी और रिलेक्स होने को कहा। रिलेक्स होने के लिए जब वह अपने कपड़े डालने गए तो वह कपड़े भी नहीं पहन सके और वहीं पर गिर पड़े। उन्होंने बताया कि दौड़ना इतना पसंद था कि दोस्तों से कहते थे कि जब भी मौत आए तो मैदान में ही खिलाड़ी की तरह मरूं।


 


अब तक जीते 200 से ज्यादा मेडल


बख्शीश के दोस्त एसपी शर्मा ने बताया कि बख्शीश होशियारपुर टीम की अगुवाई करते थे। फौज से रिटायर होने के बाद वह टीचर भी रहे। दौड़ने के शौकीन थे। 1982 में उन्होंने खेलों में भाग लेना शुरू किया। कई स्टेट में खेले। वह 200 से भी ज्यादा मेडल पा चुके थे। बख्शीश 800 मीटर, 1500 मीटर और 5 हजार मीटर दौड़ में भाग लेते थे। हमेशा कहते थे कि अस्पतालों में इंजेक्शन लगवाकर मरने से अच्छा है कि मेहनत करते हुए मैदान में मौत हो तो खुशनसीबी होगी।